आरक्षण सही या गलत ?
यदि भारत के इतिहास पर नजर डालेंगे तो समझ में आएयगा के किस तरह से हमारे देश में आरक्षण का प्रवेश हुआ..........हम उसे पुराने भारत के नाम से कहेंगे....पुराने भारत में नीची जाती के लोंगो के साथ भेदभाव किया जाता था |ये सब बातें आपको किताबों में पड़ने को मिल जाएंगी | और ये कहीं न कहीं सत्य था | लेकिन आज के भारत की स्थिति कुछ और ही कहती है |
आज हमारे देश में लोग किसी के साथ भेदभाव नही करते बल्की मिल जुल कर रहते हैं | ये बात भी आप लोगों नें बहुत सुनी होगी | लेकिन में इस बात से बिलकुल भी अग्री नही करता |
भारत में आरक्षण लाया गया ताकि जिन लोगो या समुदायों क साथ भेदभाव होता है वेह खुद को बाकी समुदायों के सामने ख़ुद को खड़ा कर सके | आरक्षण उन लोगों को मजबूत करने के लिए था उन्हें शिक्षित करने क लिए था | उनके साथ हो रहे अत्याचारों को रोकने क लिए था | जिसने की कही न तो कही काम भी किया |आरक्षण लाया गया ताकि लोगों में जातिवाद को रोका जा सके |
लेकिन अजब है मेरे देश के लोग जिन्होंने आरक्षण को अपना मओलिक अधिकार समझ लिया | गजब है यहाँ के लोग जो आरक्षण क लिए सडकों पर उतरते है | इस में लोगों का कसूर नही है बल्कि इस देश की सरकारों नें ही आरक्षण को लोगों क सामने उनके अधिकार की तरह प्रस्तुत किया लोगों को बाँटने का काम इस देश में सरकारों ने किया |
जहाँ पर सरकार चाहती थी के लोगों में जातीवाद को बंद किया जा सके वहां पर खुद ही लोगों को आरक्षण के नाम पर बाँट दिया | आरक्षण ने मेरे इस देश को द्श् लिया | इस देश की प्रतिभा को बहर भेज कर इस देश को खोखला बना दिया |
आज हमारे इस देश का आलम यह है क जिन लोगों क पास सब सुख सुविधाएँ है उन्हें भी आरक्षण का सुख मिल रहा है और जिनके पास आज भी कुछ नही वह आज भी आरक्षण से वंचित है | में एक प्रशन आप सब लोगो से भी पूछना चाहता हूँ क्या स्वरण जातियों में गरीब नहीं होते हैं | क्या उन लोगों को आरक्षण का सुख नही इलना चाहिए | यदि सरकार चाहती के लोग जाती के नाम पर ना बंटे तो भारत में हर फॉर्म में से कास्ट का कॉलम क्यों नही हटा देती |
लोगों में लोगों को बाँटने का काम आरक्षण ने किया है | क्यों न आरक्षण को जाती के आधार से हटा कर इनकम क आधार पर किया जाए ताकि जरूरत मंद लोग इसका फायदा उठा सके | जागो और जरूरतमन्दो की सहायता करें |
जय हिन्द
आप लोगों को क्या लगता है मुझे कमेंट्स बॉक्स में जरूर बताए |

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